बादलों जैसे मेरे विचार
आकाश में घूमते हुए
इनके आने से , इनके जाने से
मैं परेशां नहीं , मैं उदास नहीं
ये तरंगें हैं
मन में उठती हुई
मुझे इन पर कुछ विश्वास नहीं
सुनहरी सुबहें गुलाबी शामें जादू टोने की बातें हँसने रोने की बातें मेरे होने की बातें मेरे खोने की बातें
No comments:
Post a Comment